On the occasion of international Girl child day in Haryana 3 team Change leader Tamanna from Kasni, Peena from Talaw and Indu from Majri GP of Jhajjar were felicitated by WCD department for their work during COVID 19. These girls gathered adolescents, parents and other community members and aware them on the history of Girls Child day
In Kasni village they handed over a demand letter to the Sarpanch for both boys and Girls and the sarpanch has agreed to the same.
Event 1
कासनी गांव की तारो की टोली की लड़कियों ने पंचायत को अपनी डिमांड लिखित में दी और इस माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया
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आज दिनांक 10.10.2020 को झज्जर जिले के कासनी गांव में ब्रेकथ्रू संस्था की टीम चेज लीडर
तम्मना ओर पिना ने आज पंचायत के साथ ओर गांव के मौजीज व्यक्तियों के साथ अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया ।
ओर पिना व तम्मना ने सबके साथ चर्चा की कि अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस की शुरुआत कैसे हुई थी और आज हम इसे क्यों मना रहे है ।
ओर आज अपनी डिमांड को लेकर बात की ओर तम्मना ने कहा कि गांव में लड़के व लड़कियो के लिए एक लाइब्रेरी बनाई जाए ताकि सभी का भविष्य उज्ज्वल बने और गांव में ऐसी जगह बने जहा सभी बैठकर पढाई के साथ साथ अपने सपनो की , आजादी की , ओर अधिकारों पर चर्चा शुरू करे ।
ओर गांव की पंचायत व बड़े – बुजुर्गों का सहयोग लाइब्रेरी के मेंटेनेंस में हमे मिल पाए ।
आज अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कासनी गांव की पंचायत ने डिमांड लेटर पर स्टैम्प लगाकर ओर हस्ताक्षर करके तमन्ना व पिना को आश्वासन दिया कि वह जल्द ही गांव में एक लाइब्रेरी बनाएंगे जहा लड़के और लड़कियां मिलकर पढ़ सके अपने भविष्य और सपनों पर बात करे ।
पंचायत ने कहा कि वह हमेशा ब्रेकथ्रू संस्था के साथ मिलकर काम करने को तैयार है क्योंकि यह संस्था गांव की बहेतरी व बराबर समाज के निर्माण के लिए काम कर रही है ।
यह कार्यक्रम कासनी के सरकारी स्कूल में आयोजित किया गया जिसमें पंचायत व गांव के मौजीज व्यक्ति लगभग 25 की संख्या में शामिल रहे और तारो की टोली की 6 लड़कियां शामिल रही ।
Event 2
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस” के उपलक्ष्य में इस साल की थीम “My voice, our equal future” – “मेरी आवाज, हमारा समान भविष्य” को लेकर ब्रेकथ्रू संस्था ने बालिका दिवस का आयोजन किया …..
आज दिनाक 10.10.2020 को झज्जर जिले के माजरी गांव व गुभाना गांव में ब्रेकथ्रू संस्था की टीम चेंज लीडर इंदु, विशाखा , चेतना , भारती ने आज गांव में महिलाओं , लड़कियों ओर पुरुषों व लड़को को “भीमराव अंबेडकर चौपाल में एकत्रित किया ।
तारो की टोली के विद्यार्थियों ने लड़कियों व महिलाओं के जीवन को लेकर , अधिकारों को लेकर , ओर सबको बराबरी मिले इस पर अपनी आवाज बनकर बहुत सी कविताओ का पाठ किया , गीत गाये गए, नृत्य किया ।
माजरी से इंदु ने बताया कि आज हम अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस क्यो मना रहे है इस पर चर्चा की ।और बताया कि
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बालिका दिवस मनाने की पहल एक गैर-सरकारी संगठन ‘प्लान इंटरनेशनल’ प्रोजेक्ट के रूप में की गई. इस संगठन ने “क्योंकि में एक लड़की हूँ” नाम से एक अभियान भी शुरू किया. इसके बाद इस अभियान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करने के लिए कनाडा सरकार से संपर्क किया । फिर कनाडा सरकार ने 55वें आम सभा में इस प्रस्ताव को रखा. अंतत: संयुक्त राष्ट्र ने 19 दिसंबर, 2011 को इस प्रस्ताव को पारित किया और इसके लिए 11 अक्टूबर का दिन चुना. इस प्रकार पहला अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस 11 अक्टूबर, 2012 को मनाया गया और उस समय इसका थीम था “बाल विवाह को समाप्त करना” ।
विशाखा ने बताया कि हम गांव में बराबरी चाहते है इसलिए आज हम लड़के व लड़कियों को बराबर के मौके मिले और गांव के लोग इसमे हमे सहयोग करे इसीलिए आज हम अपनी आवाज गांव के लोगो तक पहुंचा रहे है ।
चेतना ने कार्यक्रम में सम्मिलित सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि आपने हमारी आवाज को सुना और आश्वासन दिया कि गांव में बराबरी का माहौल बनाने में हमारे साथ मिलकर काम करेंगे उसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद ।
भारती ने कहा कि यह तो केवल लड़कियों के लिए एक दिन मनाया जा रहा है लेकिन हर दिन हम सभी का है और हमारी आवाज केवल गांव में ही नही बल्कि शहरों तक भी हम पहुंचाएँगे
Event 3
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस” के उपलक्ष्य में “My voice, our equal future” – “मेरी आवाज, हमारा समान भविष्य” को लेकर ब्रेकथ्रू संस्था ने बालिका दिवस का आयोजन किया …..
आज दिनाक 11.10.2020 को झज्जर जिले के तलाव गांव में ब्रेकथ्रू संस्था की टीम चेंज लीडर पिना ओर कासनी गांव से तम्मना , परीक्षित, ओर दीपक ने आज तलाव गांव में महिलाओं , लड़कियों ओर पुरुषों व लड़को को तलाव के ग्राम सचिवालय में एकत्रित किया ।
आज बालिका दिवस के उपलक्ष्य में किशोर – किशोरियो ने , तारो की टोली के माता पिता ने , ओर महिलाओं व पुरुषों ने खेलों में भाग लिया
आज तीन तरह के मुख्य खेल हुए जैसे कि चम्मच में नींबू रखकर चलना , सिर पर मटका रखकर दौड़ना , जोड़े में टांग बांधकर दौड़ना , ऐसे खेल अक्सर सभी खेलते हैं और सुनते रहते हैं लेकिन इनकी खाश बात यह रही कि कुछ सामाजिक धारणाओ को तोड़ा गया इसमे जो टांग बांधकर जोड़े बने वह लड़का व लड़की के बने , पुरूष व महिलाओं के बने और लड़को ने भी मटका सिर पर उठाकर दौड़ लगाई और पुरुषों ने भी ।
ओर मान्यता को थोड़ा गया कि मटके केवल लड़की और महिलाएं नही बल्कि लड़के व पुरूष भी सिर पर उठा सकते है और सबको बराबर के मौके मिले तो हर कोई प्रतियेक कार्य कर सकते और गांव में बराबरी का निर्माण हो इन खेल के माध्यम से यह संदेश दिया गया ।
इसी के साथ तारो की टोली के विद्यार्थियों ने लड़कियों व महिलाओं के जीवन को लेकर , अधिकारों को लेकर , ओर सबको बराबरी मिले इस पर अपनी आवाज बनकर चर्चा की ओर
तलाव से ब्रेकथ्रू संस्था की टीम चेंज लीडर पिना ने बताया कि आज हम अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस क्यो मना रहे है इसे लेकर बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बालिका दिवस मनाने की पहल एक गैर-सरकारी संगठन ‘प्लान इंटरनेशनल’ प्रोजेक्ट के रूप में की गई. इस संगठन ने “क्योंकि में एक लड़की हूँ” नाम से एक अभियान भी शुरू किया. इसके बाद इस अभियान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करने के लिए कनाडा सरकार से संपर्क किया । फिर कनाडा सरकार ने 55वें आम सभा में इस प्रस्ताव को रखा. अंतत: संयुक्त राष्ट्र ने 19 दिसंबर, 2011 को इस प्रस्ताव को पारित किया और इसके लिए 11 अक्टूबर का दिन चुना । इस प्रकार पहला अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस 11 अक्टूबर, 2012 को मनाया गया और उस समय इसका थीम था “बाल विवाह को समाप्त करना” ।
कासनी से ब्रेकथ्रू संस्था की टीम चेंज लीडर तम्मना ने बताया कि हम गांव में बराबरी चाहते है इसलिए आज हम लड़के व लड़कियों को बराबर के मौके मिले और गांव के लोग इसमे हमे सहयोग करे इसीलिए आज हम अपनी आवाज गांव के लोगो तक पहुंचा रहे है ।
कासनी से ब्रेकथ्रू संस्था के टीम चेंज लीडर प्रतिक्ष ने कार्यक्रम में सम्मिलित सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि आपने हमारी आवाज को सुना और आश्वासन दिया कि गांव में बराबरी का माहौल बनाने में हमारे साथ मिलकर काम करेंगे उसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद ।
तलाव गांव से सामाजिक कार्यकर्ता रामकिशन जी ने कहा कि यह तो केवल लड़कियों के लिए एक दिन मनाया जा रहा है लेकिन हर दिन हम सभी का है और ऐसे कार्यक्रमों की आज बहुत जरूरत है यह केवल गांव में ही नही बल्कि शहरों तक पहुंचे और इस बराबरी के व नेक काम मे मैं आपके साथ हूँ ।
पहले BEO रह चुके बलबीर सिंह जी ने सभी को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस की बहुत बहुत बधाई ओर कहा कि आज बेटियां हर क्षेत्र में आगे है नाम रोशन कर रही है और पिना ने ब्रेकथ्रू के साथ जो कार्य शुरू किया है उसमे गांव के मौजीज व्यक्ति साथ है और गांव में जरूर बदलाव आएगा अगर पिना की तरह ओर लड़के व लड़कियां भी काम करते रहे तो बराबरी भी जरूर आएगी ।
तलाव गांव से पिना की माता सरिता ने कहा कि परिवार के साथ साथ बेटियों का साथ गांव की पंचायत और गांव के लोगो को देने की जरूरत है ।
जब बराबरी के समाज की बात करते हैं तो वह एक तरफ से नही हो सकता बल्कि सबके होने से हो सकता है इसीलिए सब साथ होंगे तो हमारे गांव की तस्वीर भी बदलेगी । इसीलिए आज हम सबको साथ खड़ा होने की जरूरत है ।
आज के कार्यक्रम में पंचायत , गांव के मौजीज व्यक्ति ओर गांव के महिलाओं व पुरुषों ने लगभग 120 की संख्या में भागेदारी की ।ओर तारो की टोली से 20 लड़कियां शामिल रही । ब्रेकथ्रू संस्था से जिला प्रबंधक मीना जी और टीम सदस्य सुनीता जी शामिल रहे ।
Event 4
District level program
ब्रेकथ्रू की टीम चेंज लीडर कासनी गांव से तम्मना,तलाव गांव से पिना, ओर माजरी गांव से इंदु तीनो लड़कियों का BBBP Champion में Selection हुआ हैं और आज उन्हें झज्जर जिला प्रशासन ने सम्मानित किया ।
दिनांक 12 अक्टूबर ,2020 को झज्जर जिले में जिला स्तरीय अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया ।
जिसमे मुख्य अतिथि जिला बाल कल्याण परिषद चेयरपर्सन रेणू दहिया जी और जिला उपायुक्त जितेंद्र कुमार जी की जीवनसाथी रेणु मैडम जी रही उनके साथ ही SDM शिखा मैड़म जी , CMGGA सुप्रिया मैड़म जी , Child protection officer Latika madam ji , व DPO नीना खत्री मैड़म जी , इत्यादि मुख्य अतिथि रहे ।
सबसे खास बात जिन्होंने ने covid 19 के दौरान लोकडाउन्न में अच्छा जागरूकता का सामाजिक काम किया है जिला स्तर पर उन लड़कियों को BBBP Champion का नाम दिया गया और समानित किया गया ।
इसमे ब्रेकथ्रू की टीम चेंज लीडर तलाव गांव से पिना , कासनी गांव से तम्मना ओर माजरी गांव से इंदु तीनो का सेलेक्शन हुआ और आज तीनो को सम्मानित किया गया ।
तीनो टीम चेज लीडर के परिवार से साथ आये थे जैसे तम्मना के दादा , इंदु की माता और पिना के पापा व भाई साथ मे आये थे ।
केलव समानित ही नही किया गया बल्कि तम्मना ओर पिना को उनके अनुभव साँझा करने को भी कहा जिसमे दोनो ने अपनी बातचीत रखी ।
वीडियो साथ मे साँझा कर रही हूँ उसमे आप सुन पाएंगे दोनो ने क्या बोला।
इसके अलावा सभी CDPO , supervisor ओर कुछ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शामिल रही ।